Vishwakarma Yojana 2025: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे विशेष रूप से पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों (जैसे लोहार, बढ़ई, दर्जी, सुनार, कुम्हार आदि) को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत इन कारीगरों को न केवल पहचान पत्र और प्रमाणन दिया जाएगा, बल्कि उन्हें आवश्यक टूल्स, ट्रेनिंग, लोन और मार्केटिंग सपोर्ट भी मिलेगा। इसका मुख्य उद्देश्य भारत के पारंपरिक हुनर को प्रोत्साहित करना और स्वरोजगार को बढ़ावा देना है।
इस लेख में हम आपको प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी देंगे, जैसे कि यह योजना क्या है, इसका उद्देश्य और पारंपरिक कारीगरों को मिलने वाले लाभ। आप जानेंगे कि आवेदन करने के लिए कौन पात्र है, रजिस्ट्रेशन और लॉगिन प्रक्रिया क्या है, और किन दस्तावेजों की जरूरत होगी। अंत में, हम Vishwakarma Yojana 2025 की प्रमुख विशेषताओं और इसके लाभों पर भी प्रकाश डालेंगे।
Vishwakarma Yojana 2025: Overviews
Name of Article | PM Vishwakarma Yojana 2025 |
Type of Post | Sarkari Yojana / Govt Scheme |
Name of Scheme | पीएम विश्वकर्मा योजना |
Scheme Lanch Date | 16 August 2023 |
वित्तीय परिव्यय | 13,000 करोड़ |
Name of Department | Ministry of Micro,Small & Medium Enterprises |
Credit Support Amount | 01 to 02 Lakhs |
Who Can Apply | पारंपरिक कारीगर |
Official Website | pmvishwakarma.gov.in |
What is Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana: पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है?
पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारत सरकार की एक योजना है, जिसका उद्देश्य देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को पहचान, आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण, टूल्स, आसान ऋण और मार्केटिंग सपोर्ट प्रदान करना है। इस योजना का नाम “विश्वकर्मा” इसलिए रखा गया है क्योंकि भगवान विश्वकर्मा को हिंदू धर्म में निर्माण और शिल्प के देवता माना जाता है।
Main Features / मुख्य विशेषताएं
- ₹15,000 तक टूलकिट इंसेंटिव
- 5 दिन की फ्री स्किल ट्रेनिंग
- ₹1 लाख से ₹2 लाख तक लोन (5% ब्याज दर पर)
- प्रमाण-पत्र और Vishwakarma ID कार्ड
- डिजिटल लेनदेन पर प्रोत्साहन राशि
- ब्रांडिंग और मार्केटिंग में सहायता
PM Vishwakarma Yojana- पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
PM Vishwakarma Yojana के तहत, डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और नए अवसरों के लिए मदद करने हेतु ब्रांड प्रचार और बाजार लिंकेज के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा। यह पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को अपने काम को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
- डिजिटल सशक्तिकरण: कारीगरों को डिजिटल कौशल और उपकरणों का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे ऑनलाइन बाजारों तक पहुंच सकें और अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रचार कर सकें।
- ब्रांड प्रचार: सरकार कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों के लिए एक राष्ट्रीय ब्रांड बनाने में मदद करेगी।
- बाजार लिंकेज: सरकार कारीगरों और शिल्पकारों को खरीददारों और खुदरा विक्रेताओं से जोड़ने में मदद करेगी।
यह योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनने और उनकी आजीविका में सुधार करने में मदद करेगी।
Benefits of PM Vishwakarma Yojana- पीएम विश्वकर्मा योजना का फायदा क्या है?
पीएम विश्वकर्मा एक समग्र योजना है, जिसका उद्देश्य निम्नलिखित घटकों के माध्यम से कारीगरों और शिल्पकारों को संपूर्ण सहायता प्रदान करना है:
1. मान्यता (Recognition):
- लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड देकर “विश्वकर्मा” के रूप में पहचान दी जाएगी।
2. कौशल विकास (Skill Development):
- बुनियादी प्रशिक्षण: 5 से 7 दिन (कुल 40 घंटे)।
- उन्नत प्रशिक्षण: 15 दिन (कुल 120 घंटे), इच्छुक उम्मीदवारों के लिए।
- प्रशिक्षण वजीफा: ₹500 प्रतिदिन की दर से प्रदान किया जाएगा।
3. टूलकिट प्रोत्साहन (Toolkit Incentive):
- कारीगरों को उपकरण खरीदने हेतु ₹15,000 का अनुदान दिया जाएगा।
4. ऋण सहायता (Loan Assistance):
- संपार्श्विक मुक्त ऋण दिया जाएगा:
- पहली किश्त: ₹1 लाख
- दूसरी किश्त: ₹2 लाख
- लाभार्थी को केवल 5% ब्याज देना होगा, शेष 8% भारत सरकार वहन करेगी।
- क्रेडिट गारंटी शुल्क भी सरकार द्वारा भुगतान किया जाएगा।
5. डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन (Digital Transaction Incentive):
- अधिकतम 100 लेनदेन तक, प्रत्येक लेन-देन पर ₹1 की प्रोत्साहन राशि (प्रति माह अधिकतम ₹100) दी जाएगी।
6. विपणन सहायता (Marketing Support):
- राष्ट्रीय विपणन समिति (NCM) द्वारा निम्नलिखित सहायता दी जाएगी:
- गुणवत्ता प्रमाणन
- ब्रांडिंग और पैकेजिंग
- ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से लिंक
- व्यापार मेलों में भागीदारी
- प्रचार और विपणन गतिविधियों में सहयोग
Eligibility of PM Vishwakarma Yojana- पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ किनको मिलता है?
- कौन कर सकता है आवेदन: कोई भी ऐसा कारीगर या शिल्पकार जो अपने हाथों और औजारों से काम करता है और योजना में बताए गए 18 पारंपरिक व्यवसायों में से किसी एक में जुड़ा हुआ है, वह इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है।
- उम्र की शर्त: आवेदन करने वाले व्यक्ति की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए।
- काम में लगे रहना जरूरी: आवेदन करते समय वह व्यक्ति उस व्यवसाय में सक्रिय रूप से काम कर रहा हो।
- पिछले 5 सालों में कोई दूसरा सरकारी लोन नहीं लिया होना चाहिए: अगर आपने पिछले 5 सालों में केंद्र या राज्य सरकार की किसी लोन योजना (जैसे PMEGP, मुद्रा या पीएम स्वनिधि) के तहत कर्ज लिया है, तो आप इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे।
- एक ही परिवार में एक व्यक्ति को मिलेगा लाभ:
- इस योजना का लाभ एक परिवार में केवल एक ही सदस्य को मिल सकता है।
- परिवार का मतलब है – पति, पत्नी और अविवाहित बच्चे।
- सरकारी नौकरी वालों को योजना का लाभ नहीं: जो लोग सरकारी नौकरी में हैं, या जिनके परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में है, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
PM Vishwakarma Yojana में कितने रुपये का लोन मिलेगा और ब्याज दर क्या होगी?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को बिना गारंटी के कुल ₹3 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है, जिसकी ब्याज दर 5% प्रति वर्ष है।
यह ऋण दो चरणों में उपलब्ध होता है:
- पहला चरण: ₹1 लाख तक का ऋण, जिसकी पुनर्भुगतान अवधि 18 महीने है।
- दूसरा चरण: ₹2 लाख तक का ऋण, जिसकी पुनर्भुगतान अवधि 30 महीने है। यह ऋण तभी मिलता है जब पहले चरण का ऋण समय पर चुकाया गया हो और लाभार्थी ने उन्नत प्रशिक्षण प्राप्त किया हो।
इस योजना के तहत, लाभार्थियों को कौशल उन्नयन, टूलकिट प्रोत्साहन, विपणन समर्थन, और डिजिटल लेन-देन पर प्रोत्साहन जैसे अन्य लाभ भी प्रदान किए जाते हैं।
Traditional Trade of PM Vishwakarma Yojana- पीएम विश्वकर्मा योजना में शामिल परंपरिक व्यापार
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 का उद्देश्य देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक और तकनीकी सहायता देना है। जो लोग अपने हाथों और औजारों से पारंपरिक काम करते हैं जैसे कंबल बुनना, मूर्ति बनाना, टोकरी या झाड़ू बनाना, बढ़ईगीरी, लोहे के सामान तैयार करना, बुनाई आदि, वे सभी इस योजना के लाभ के पात्र हैं।
इस योजना में शामिल प्रमुख पारंपरिक व्यवसायों की सूची निम्नलिखित है:
- बढ़ई (सुथार)
- नाव बनाने वाले
- कवच तैयार करने वाले कारीगर
- लोहार
- हथौड़ा और औजार बनाने वाले
- ताले बनाने वाले
- सोने-चांदी का काम करने वाले (सुनार)
- मिट्टी के बर्तन बनाने वाले (कुम्हार)
- मूर्तिकार और पत्थर तराशने वाले
- मोची (चर्म शिल्पकार)
- जूते-चप्पल बनाने वाले कारीगर
- राजमिस्त्री
- टोकरी, चटाई, झाड़ू और नारियल की रस्सी बुनने वाले
- पारंपरिक गुड़िया और खिलौना बनाने वाले
- नाई (बाल काटने और दाढ़ी बनाने का कार्य)
- फूल-माला बनाने वाले (मालाकार)
- धोबी (कपड़े धोने का पारंपरिक कार्य)
- दर्जी (सिलाई-कढ़ाई करने वाले)
महत्वपूर्ण सूचना: इस सूची में समय-समय पर बदलाव हो सकते हैं। यदि आपका व्यवसाय इनमें से किसी से संबंधित है या मिलता-जुलता है, तो आप इस योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं।
Required Documents of PM Vishwakarma Yojana- पीएम विश्वकर्मा योजना में लगने वाले दस्तावेज
यहाँ कुछ अतिरिक्त दस्तावेज़ों की सूची दी गई है जो लाभार्थियों से मांगे जा सकते हैं
- जाति प्रमाण पत्र: यह प्रमाण पत्र यह पुष्टि करता है कि लाभार्थी किस समुदाय से संबंधित है।
- आय प्रमाण पत्र: यह प्रमाण पत्र लाभार्थी की वार्षिक आय को दर्शाता है।
- निवास प्रमाण पत्र: यह प्रमाण पत्र लाभार्थी के वर्तमान पते को दर्शाता है।
- शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र: यह प्रमाण पत्र लाभार्थी की शैक्षिक योग्यता को दर्शाता है।
- कौशल प्रमाण पत्र: यह प्रमाण पत्र लाभार्थी के कौशल और अनुभव को दर्शाता है।
- व्यवसाय प्रमाण पत्र: यह प्रमाण पत्र लाभार्थी के व्यवसाय (यदि कोई हो) को दर्शाता है।
How to Apply for PM Vishwakarma Yojana- पीएम विश्वकर्मा योजना ऑनलाइन आवेदन कैसे करे ?
पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया – स्टेप बाय स्टेप गाइड (CSC के माध्यम से)
- इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन केवल CSC (सामुदायिक सेवा केंद्र) के माध्यम से ही किया जा सकता है।
- आवेदक स्वयं पोर्टल पर जाकर आवेदन नहीं कर सकते, उन्हें नजदीकी CSC सेंटर पर जाना होगा।
- अगर आप खुद CSC संचालक हैं, तो नीचे दिए गए चरणों को ध्यान से पढ़ें और उसी अनुसार आवेदन करें:
आवेदन प्रक्रिया:
- PM Vishwakarma योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं। (वेबसाइट लिंक लेख में नीचे दिया जा सकता है)
- होमपेज पर जाकर Login बटन पर क्लिक करें।
- CSC लॉगिन करें और फिर “CSC – Register Artisans” विकल्प पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने पंजीकरण फॉर्म खुलेगा।
- आवेदक का आधार नंबर दर्ज करके उसका सत्यापन (eKYC) करें।
- उसके बाद फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियां एक-एक करके सावधानीपूर्वक भरें।
- फॉर्म भरते समय किसी भी प्रकार की गलती से बचें, क्योंकि यह प्रक्रिया थोड़ी जटिल हो सकती है।
- आवेदन की प्रक्रिया को और अच्छे से समझने के लिए, नीचे दिए गए वीडियो ट्यूटोरियल को एक बार जरूर देखें।
PM Vishwakarma Yojana Approval Process– पीएम विश्वकर्मा योजना स्वीकृति प्रक्रिया
आपके द्वारा आवेदन जमा करने के बाद, आपका सत्यापन आपकी पंचायत या नगर निकाय (नगर पंचायत/नगर परिषद) द्वारा किया जाएगा। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही आपको इस योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान किए जाएंगे। इस प्रक्रिया से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप अपनी स्थानीय पंचायत या नगर निकाय कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं, या ऊपर दिए गए वीडियो को देखकर भी पूरी प्रक्रिया को समझ सकते हैं।
PM Vishwakarma Yojana Status Check – पीएम विश्वकर्मा योजना एप्लीकेशन स्टेटस चेक कैसे करे ?
- सबसे पहले आपको पीएम विश्वकर्मा योजना ऑफिशल पोर्टल पर जाना होगा.

- पोर्टल के होम पेज पर दिए गए राइट साइड दिए गए Login के बटन पर क्लिक करके Applicant/ Beneficiary Login की बटन पर क्लिक करके अपनी रजिस्टर मोबाइल नंबर को डालकर लॉगिन करनी होगी

- इसके बाद आपके सामने आपकी एप्लीकेशन का स्टेटस दिखाई देगा जिससे आप देख सकते हैं
PM Vishwakarma Yojana 2025 – Important Links
PM Vishwakarma Yojana: निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपने हुनर को और बेहतर बना सकें और अपनी आजीविका को सशक्त बना सकें। यह योजना विभिन्न सहायता प्रदान करती है, जैसे कौशल विकास, टूलकिट प्रोत्साहन, ऋण सहायता, विपणन मदद, और डिजिटल लेन-देन प्रोत्साहन।
इस योजना के तहत पंजीकरण के लिए पात्रता स्पष्ट की गई है, जिसमें पारंपरिक व्यवसायों में कार्यरत कारीगरों को प्राथमिकता दी गई है। पंजीकरण की प्रक्रिया CSC सेंटर के माध्यम से होती है, और सत्यापन पंचायत या नगर पंचायत द्वारा किया जाता है।
इस योजना से कारीगरों को उनके व्यापार को बढ़ाने, नए कौशल सीखने, और वित्तीय सहायता प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर हो सकेगा।
अंत में, पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों को सशक्त बनाने और उनके व्यवसायों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
PM Vishwakarma Yojana FAQs
1. PM विश्वकर्मा योजना क्या है?
PM विश्वकर्मा योजना एक सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को तकनीकी, वित्तीय और डिजिटल सहायता प्रदान करना है। यह योजना खासकर उन कारीगरों के लिए है, जो हाथ से काम करते हैं जैसे बढ़ईगीरी, कुम्हारी, लोहार, और अन्य पारंपरिक काम।
2. PM विश्वकर्मा योजना के तहत कौन आवेदन कर सकता है?
PM विश्वकर्मा योजना के तहत वह कारीगर आवेदन कर सकते हैं, जो पारंपरिक हस्तशिल्प कार्यों में लगे हुए हैं। इनमें बढ़ई, लोहार, कुम्हार, जूता बनाने वाले, और अन्य शिल्पकला से जुड़े लोग शामिल हैं। आवेदन के लिए कम से कम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
3. PM विश्वकर्मा योजना के लाभ क्या हैं?
PM विश्वकर्मा योजना कारीगरों को कई तरह के लाभ प्रदान करती है जैसे:
- कौशल विकास प्रशिक्षण
- ₹15,000 का टूलकिट प्रोत्साहन
- ऋण सहायता (रुपये 3 लाख तक)
- मार्केटिंग और ब्रांडिंग सहायता
- डिजिटल लेन-देन प्रोत्साहन
4. PM विश्वकर्मा योजना में पंजीकरण कैसे करें?
PM विश्वकर्मा योजना में पंजीकरण केवल CSC (सामुदायिक सेवा केंद्र) के माध्यम से किया जा सकता है। आपको CSC सेंटर पर जाकर अपने आधार कार्ड के साथ पंजीकरण करना होगा। इसके बाद, आपकी जानकारी पंचायत द्वारा सत्यापित की जाएगी, और इसके बाद योजना के लाभ प्राप्त होंगे।